April 26, 2024

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चढ़त पंजाब दी
लुधियाना 6 अक्तूबर (सतपाल सोनी / रवि वर्मा ): सिद्ध पीठ महाबली संकटमोचन श्री हनुमान मंदिर जोशी नगर धाम हैबोवाल कलां में श्रंखलाबद्ध कराये जा रहे हवन यज्ञ व् संध्या चौंकी 1000 का आंकड़ा छू लिया है जोकि सनातन धर्म के प्रचार व् प्रसार में अतुलनीय योगदान है जिसका आरम्भ आज से 17 साल पूर्व प्रधान स्व अशोक जैन द्वारा आरम्भ किया गया था जिसका दायित्त्व आज उनके सपुत्र अमन जैन पूर्ण निष्ठां भावना के साथ निभा रहे है। इस अवसर पर मन्दिर के आचार्यों पंडित देवी दयाल ,पंडित विष्णु ,पंडित संजय,पंडित राम ,पंडित सुरेश ,पंडित विश्राम  द्वारा हवन यज्ञ किया गया इसमें आयोजक परिवार नरिंदर नंदू,नरिंदर मित्तल,गोपाल बुद्धिराजा,राजीव परिवार द्वारा मंगल कामनाओं के साथ आहुतियां डाली गई।

संध्या चौंकी में गुड्डू वाधवा भजन गायिका को उनके जन्म दिन पर मंदिर का स्मृति देकर सम्मानित किया गया व् विशाल कतना एंड पार्टी(होशियारपुर)के प्रसिद्ध भजन गायक ने श्री बालाजी महिमा का गुणगान कर भक्तों को प्रभु भक्ति के साथ जोड़े रखा। प्रधान अमन जैन व् सेवक अनुज मदान ने बताया कि 7 अक्तूबर से माँ भगवती के पवित्र नवरात्र पर्व आरम्भ हो रहे है और मंदिर में पूर्ण विधि विधान के साथ नौ दिनों तक मां भगवती की पूजा अर्चना की जाएगी भक्तों को व्रत वाला प्रसाद दिया जाएगा व् प्रतिदिन मंदिर प्रांगण में संध्या चौंकी का सांय 6 से 9 बजे तक आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक अपने भजनों के माध्यम से मां भगवती का गुणगान करेंगे।
प्रधान अमन जैन व् सेवक अनुज मदान ने सभी भक्तों से अपील करते हुए कहा कि अभी कोविड खत्म नहीं हुआ है इसीलिए सभी भक्त मंदिर में मास्क पहन कर ही प्रवेश कर अनुशासन का पालन करे और मंदिर कमेटी के साथ सहयोग करें। संध्या चौंकी के अवसर भंडारे की सेवा राजीव परिवार द्वारा की गई। संध्या चौंकी के अवसर पर पवित्र दरबार में बाबा जी का ध्वज लहराया गया भक्तों को पवित्र जल के छींटे दिए गए व भक्तों के लिए अटूट भंडारे का प्रबंध किया गयाश्री हनुमान चालीसा पाठ के उपरान्त संध्या चौंकी को विराम दिया गया। इस अवसर पर सोमनाथ मड़कन,ऋषि जैन,अरविंद टिल्लू,सौरभ जैन,ज्योति गुप्ता,संजय गुप्ता,मदन लाल मदान,सन्दीप धमीजा,नरिंदर नंदू,विश्वनाथ सेठी,भारती सोनी,सतीश डंग,निशांत चोपड़ा,बलजीत सिंह पीता,रोहित डंग,आदि उपस्थित हुए।
85480cookie-checkश्री बालाजी मंदिर में श्रंखलाबद्ध हवन यज्ञ व संध्या चौंकी का 1000 वां आंकड़ा छुआ
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