चढ़त पंजाब दी
लुधियाना (रवि वर्मा)- इडंस्ट्रियल सिटी लुधियाना में सोमवार को एक और रिकॉर्ड दर्ज हो गया, जब कारोबारियों और किसानों ने आपस में हाथ मिलाते हुए सियासत को सिर्फ अपनी विरासत समझने वाली सभी राजनीतिक पार्टियों को चुनौती दे डाली।अखिल भारतीय व्यापार दिवस के मौके पर कारोबारियों द्वारा नव-गठित राजनीति दल भारतीय आर्थिक पार्टी यानि बीएपी का रस्मी-तौर पर ऐलान किया गया। अखिल भारतीय व्यापार दिवस के मौके पर इस दौरान 29 राज्यों के 62 व्यापारी-नेताओं ने इस विशेष समागम में हिस्सा लिया। उन्होंने एकजुटता दिखाते हुए बीएपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तरुण जैन बावा का नैतिक समर्थन किया।
किसान नेता चढूनी ने भारतीय आर्थिक पार्टी को दिया समर्थन:
मिशन पंजाब 2022 के लिए पार्टी ने धमाकेदार एंट्री के साथ वरिष्ठ किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी भी अपनी यूनियन के नुमाइंदों के साथ अपने मंच पर बुलाया। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष बावा ने ऐलान किया कि छोटे से बड़े कारोबारियों और मजूदरों के अलावा देश की शान किसान भी पंजाब के अगले विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर सभी पार्टियों को चुनौती देंगे ताकि केंद्र और राज्य सरकारों की व्यापारी, किसान और मजदूर विरोधी नीतियों की मुखालिफत करने के साथ उनको सत्ता से भी बेदखल करने की राष्ट्र-व्यापी मुहिम को सिरे चढ़ाया जा सके। व्यापारी नेताओं के अलावा किसान नेता चढूनी ने भी आरोप लगाया कि हमेशा से कारोबारियों, मजदूरों से लेकर किसानों तक समाज के इन महत्वपूर्ण वर्गों की अनदेखी होती रही है।उन्होंने यह भी इलजाम लगाया कि केंद्र और राज्य सरकारों की तरह ही पंजाब सरकार ने भी एकमंच पर आए इन वर्गों के लिए कुछ खास नहीं किया जबकि भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा व्यापारियों, किसानों और मजदूरों को हमेशा उपेक्षित कर उनका शोषण ही किया गया लिहाजा पंजाब समेत दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय आर्थिक पार्टी अपनी राजनीतिक उपस्थित प्रभावी तरीके से दर्ज कराने के बाद लोकसभा चुनाव में भी हिस्सा लेगी।