चढ़त पंजाब दी
लुधियाना, (सत पाल सोनी) : पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस माता रानी चौक में राज्य महासचिव सुनील मेहरा,सचिव महिंदर अग्रवाल, चेयरमैन पवन लहर,जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्कड़ की अध्यक्षता में की गई। इस अवसर पर राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने कहा कि कि राजस्व में कमी का सामना करते हुए पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन की ओर से टैरिफ में बढ़ोतरी करते हुए 8 प्रतिशत की मांग की है।उन्होंने कहा कि पंजाब हर साल बढ़ोतरी के साथ सबसे अधिक टैरिफ वाले राज्य की ओर बढ़ रहा है।वही पीएसपीसीएल ने अब 53 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोतरी की मांग की है।इस कदम से आम आदमी को गंभीर नुकसान उठाना पड़ेगा।वही पंजाब में बिजली की दर दूसरे राज्यों से ज्यादा है।वही लॉक डाउन में सभी उद्योगिक संस्थान बंद होने से भी पीएसपीसीएल को भी काफी फायदा हुआ परंतु फिर भी 2021 में रेट बढ़ाने को लेकर विभाग ने कमर कस ली है।मेहरा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल से 5 रुपए प्रति यूनिट व्यापारियों को देने का वायदा किया था परंतु 3 वर्ष बीत जाने पर अभी तक वायदा पुरा करने की बजाय प्रति वर्ष रेट बढ़ाए जा रहे है।पंजाब सरकार ने 7 वी बार रेट बढ़ा कर इंडस्ट्री और ट्रेड्स को नए साल का तोहफा दिया है।पंजाब सरकार 5 रुपए बिजली देने के वायदे को भूल कर महंगे रेटो पर पानी,पेट्रोल,देकर पंजाब के उद्योगों को मृत प्राय: कर रही है। उन्होंने मांग की कि घरेलू स्तर पर तुरंत बिजली की बढ़ोतरी को वापिस लिया जाए।
सचिव महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि पंजाब सरकार पंजाब के व्यापार को तबाह करने पर तुली हुई है पंजाब सरकार की ओर से अभी तक ना तो वन टाइम सेटेलमेंट पॉलिसी लागू की गई है और ना ही व्यापारियों का रिफंड वापस किया गया है। वहीं बिजली और पेट्रोल के रेट भी दूसरे राज्यों से ज्यादा है उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के कारण आवाजाही ना होने के कारण पंजाब का व्यापार बुरी तरह से अवस्थित है।वहीं पंजाब सरकार की ओर से बिजली के रेट में 8% की बढ़ोतरी की मांग की गई है ।उन्होंने कहा एक तरफ तो पंजाब सरकार किसानों को मुफ्त बिजली सप्लाई दे रही है वहीं दूसरी ओर इंडस्ट्री को महंगे रेट पर बिजली देकर औद्योगिक घरानों को तबाह करने पर तुली है।उन्होंने कहा कि तकरीबन 9000 हजार करोड़ रुपए की बिजली किसानों को फ्री दी जा रही है।उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़े किसानों से अपनी सब्सिडी छोड़ने की बात की थी।उन्होंने कहा कि सरकार पक्के तौर पर एक कानून बनाए जिसमें 10 एकड़ जमीन वाले किसानों को मुफ्त बिजली व 10 एकड़ से ज्यादा जमीन वाले किसानों से चार्ज वसूल किया जाना चाहिए।क्योंकि एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह कहते है कि वो व्यापारियों की हित की सोचते है वहीं दूसरी ओर बिजली के रेट बढ़ा कर उनकी पीठ में छुरा घोपा जा रहा है उन्होंने कहा कि सरकार की इन्हीं नीतियों के कारण पंजाब से 30 हजार उद्योग दूसरे राज्यों में पलायन् कर चुके हैं ।जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्कड़ ने कहा कि भ्रष्ट अफसरशाही के कारण ही प्रतिदिन जीएसटी सकेंडल देखने को मिल रहा है पासर और भ्रष्ट अफसर सरकार की कमाई को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं वहीं सरकार कुंभकर्णी नीद सो कर इन भ्रष्ट अफसरों को बढ़ावा दे रही है ।
चेयरमैन पवन लहर ने कहा कि पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की एक मीटिंग 10 जनवरी को लुधियाना में हो रही है जिसमें पंजाब सरकार की व्यापार विरोधी नीतियों के विरुद्ध चर्चा की जाएगी और पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल इसके ऊपर अपनी नई रणनीति तैयार करेगा अगर सरकार ने अपना फैसला वापिस ना लिया तो व्यापारी सड़कों पर उतर कर रोष प्रदर्शन करेगे व विधायको, मंत्रियों आदि के घरों का घेराव किया जाएगा।