Share on Google+
Share on Tumblr
Share on Pinterest
Share on LinkedIn
Share on Reddit
Share on XING
Share on WhatsApp
Share on Hacker News
Share on VK
Share on Telegram
April 13, 2025

Loading

चढ़त पंजाब दी

चंडीगढ़, 4 जून: (सत पाल सोनी): जब हमारे दूरदर्शी संतो के द्वारा दो अमूल्य वचन ‘वासुदेव कुटुम्बकम’ के साथ एक सकारात्मक दृष्टिकोण का सुझाव दिया गया तो उन्होंने निश्चित रूप से मानव जाति के साथ प्रकृति की एक संयुक्त ईकाई की ओर संकेत दिया जो हमारे अस्तित्व का आधार बनाता है। सृष्टिकर्ता द्वारा रचित संपूर्ण सृष्टि का ध्यान रखना, हमारा कर्तव्य है। यह अनमोल वचन संत निरंकारी मिशन की आध्यात्मिक प्रमुख सत्गुरू माता सुदीक्षा जी  द्वारा दिया संदेश है । निर्माता द्वारा बनाई गई पूरी सृष्टि की देखभाल करना हमारा कर्तव्य है जो हमारे दृष्टिकोण में एक स्थायी परिवर्तन लाने में सहायक रहा है। मिशन ने अपनी सामाजिक शाखा संत निरंकारी चैरिटेबल फाउन्डेशन ने पिछले कई दशकों में वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान और जल संरक्षण जैसे कई अभियानों द्वारा दुनिया भर में अपनी उत्कृष्ट छवि बनाई है। इस वर्ष 23 फरवरी को ‘बाबा हरदेव सिंह जी की 67वीं जयंती के उपलक्ष्य पर संत निरंकारी मिशन ने टाईम्स आफ इंडिया समूह के साथ मिलकर संपूर्ण भारतवर्ष में 1लाख से अधिक वृक्ष लगायें हैं। इस अभियान द्वारा प्रतिभागियों को तीन साल तक पौधे का पोषण करने के लिए प्रेरित किया। जब तक कि यह आत्मनिर्भर न हो जाए।मिशन और उनके सेवादारों ने इस अभियान के अंतर्गत रेलवे स्टेशन, अस्पतालों, नदियों, पार्कों की स्वच्छता के साथ-साथ वृक्षारोपण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। जिसके परिणामस्वरूप भारत सरकार द्वारा मिशन को अपने स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में चयनित करके समर्थन किया। जल संचयन, सौर ऊर्जा उपयोग, ग्रीन बिल्डिंग मानदंडों को अपनाना और मिशन द्वारा इसी तरह के कई और प्रयास, हमारे पर्यावरण को जीवित रखने की की प्रेरणा देते है।

इस वर्ष, विश्व पर्यावरण दिवस पर, देशभर में जहां लॉकडाउन के कारण सीमाएं हैं, और जिसके कारण नियमित रूप में अखिल भारतीय अभियान संभव नहीं है। किंतु इस वर्ष ‘पारिस्थितिकी संतुलन के पुनःस्थापन’ का संदेश, जो 2021 में संयुक्त राष्ट्र का विषय है, को एक ‘आभासी विश्व मंडली’ के माध्यम द्वारा सभी भक्तों के साथ साझा किया गया है। जो सभी को अपने स्थानीय ‘पारिस्थितिकी तंत्र’ के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित करता है। सतगुरु माता सुदीक्षा जी ने अपने पवित्र प्रवचन में सभी से ‘पर्यावरण संतुलन’ के प्रति जागरूक होने की अपील भी की। उन्होंने बाबा हरदेव सिंह जी की पंक्तियों को भी दोहराया, जो हमें बाहरी प्रदूषण हटाने की याद दिलाते हैं। इसके साथ ही हमारे मन के अंदर उत्पन्न होने वाले घृणा, लालच, अहंकार और अज्ञानता रूपी प्रदूषण को भी दूर करने के लिए प्रेरित करते है। जिसके उपरांत संपूर्ण विश्व में शांतिपूर्ण, प्यार भरा वातावरण स्थापित हो जायेगा।

इसके अतिरिक्त संत निरंकारी मिशन रक्तदान, शिक्षा, निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर, प्राकृतिक आपदा प्रभावित परिवारों को राहत और पुनर्वास, गांवों को गोद लेने, युवा और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम आदि कल्याणकारी गतिविधियों के माध्यम से समाज को सुविधा प्रदान कर रहा है।विश्व आपदा कोविड-19 के समय में मिशन द्वारा हजारों जरूरतमंद परिवारों की सेवा की जा रही है। इसके अतिरिक्त वर्तमान समय में समूचे भारतवर्ष में निरंकारी सत्संग भवनों को टीकाकरण कैम्प के रूप में स्थापित किया गया है। साथ ही कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए संत निरंकारी मिशन की ओर से सत्गुरू माता जी के आशीर्वाद एवं दिल्ली सरकार के सहयोग से कोविड 19 सेंटर के रूप में 1000 बेडों के अस्पताल का निर्माण किया गया। इसके अतिरिक्त अन्य राज्यों में भी वहां की सरकारों के सहयोग से भवनों को अस्पतालों के रूप में निर्मित किया जा रहा है।

68290cookie-checkनिरंकारी मिशन ने लिया , पर्यावरण संरक्षण का प्रण
error: Content is protected !!