चढ़त पंजाब दी
लुधियाना 16 दिसंबर,(रिंकु सिंधड़):समाज सेवी संस्था हेल्पिंग हैंडस क्लब जोकि पिछले कई वर्षों से विभिन्न क्षेत्रों में समाज सेवा के कार्य कर रही हैं ,उन्हीं में से प्रमुख कार्य है जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करना। आज हेल्पिंग हैंड्स क्लब के संगला शिवाला मंदिर चौक में स्थित निशुल्क शिक्षा केंद्र में एक कार्यक्रम का आयोजन संस्था के अध्यक्ष शशि भूषण गोयल, जिला उपाध्यक्ष निखिल गोयल , महिला विंग की अध्यक्ष इंदु खुराना तथा उपाध्यक्ष ललिता लाम्बा की अध्यक्षता में रखा गया जिसमें संस्था के निशुल्क शिक्षा केंद्र के आधुनिकरण के लिए आई.ओ.एल. केमिकलस एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड कम्पनी ने निशुल्क शिक्षा केंद्र के अधुनिकरण करने व विद्यार्थिओं की सुरक्षा के लिए कंप्यूटर ,सीसीटीवी कैमरे व अन्य आधुनिक जरूरत की वस्तुएं भेंट की।
संस्था ने आई ओ एल केमिकल के मैनेजिंग डायरेक्टर वरिंदर गुप्ता की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि वे ऐसे उच्च कोटि के उधोगपति है जो समाज में अपना अलग ही व्यापारिक वर्चस्व रखने के साथ-साथ अच्छे समाज सेवक भी हैं , वे समाज के पिछड़े व जरूरतमंद वर्ग की सहायता के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस कंपनी के द्वारा महानगर व कई अन्य शहरों में समाज सेवा के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं जो कि जरूरतमंदों के लिए एक वरदान से कम नहीं है । कंपनी की तरफ से विशेष तौर पर कार्यक्रम में पहुंचे महेश बांसल, अभिनंदन जैन व कविता मौदगिल का स्वागत संस्था द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया ।
कंपनी के पद्दधिकारियों ने कहा कि हमारी कंपनी हर समय शिक्षा के क्षेत्र में मदद देने के लिए तैयार है और इस समय हम शहर की कई संस्थाओं के लिए कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर कंपनी के अधिकारीयों के द्वारा विद्यार्थिओं को सर्टिफिकेट वितरित किये गए, कार्यक्रम में स्टूडेंट्स विंग की अध्यक्ष वाणी की अध्यक्षता में बच्चों ने सांस्कृतिक व समाजिक कार्यक्रम पेश किया। इस अवसर पर संस्था की तरफ से सी. उपप्रधान सुभाष सूद, कोषाध्यक्ष राकेश गुप्ता, एड. पवन राजू शर्मा, दीपक जैन, डॉ. जगदीप सिंह मोगेम्बो,वरूण जैन, विजय कपूर,राकेश सिंगला, प्रेम कुमार, गोपाल शर्मा, राजेश उप्पल, डॉ. वरिंदर कुमार, हर्ष जैन, राजिंदर जैन, भारती व संस्था के सैंकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे।
954910cookie-checkआई. ओ. एल कंपनी ने हेल्पिंग हेंड्स क्लब एन. जी. ओ. को दिया बहुमूल्य योगदान