November 9, 2024

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सत पाल सोनी
चढ़त पंजाब दी 
लुधियानासेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एम्प्लाइज यूनियन (सीबीआईईयू-नॉर्थ जोन) और सेंट्रल बैंक ऑफिसर्स यूनियन (सीबीओयू-चंडीगढ़ जोन) ने आज 55वां बैंक राष्ट्रीयकरण दिवस मनाया। बैंकों के राष्ट्रीयकरण का उद्देश्य वित्तीय सेवाओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इस आयोजन का उद्देश्य हमारे समाज को आकार देने और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में बैंकों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानना और सम्मान देना है। यह उत्सव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हम 1969 और 1980 में बैंक राष्ट्रीयकरण के ऐतिहासिक निर्णय को चिह्नित करते हैं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. रमेश और डॉ. सुरिंदर गुप्ता ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण के लिए संघर्ष करने के लिए यूनियनों को धन्यवाद दिया और कहा कि बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बाद देश की अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिला है। आम आदमी जो कभी सोच भी नहीं सकता था वह बैंक की सेवाएँ लेने लगा। बैंकों ने छोटे व्यापारियों को अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए काफी सहायता प्रदान की है।
पुनर्जोत आई बैंक सोसायटी के सचिव सुभाष मलिक ने सोसायटी द्वारा समाज को दी जाने वाली निःशुल्क सेवाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सोसायटी द्वारा अब तक लगभग 5800 लोगों का नि:शुल्क पुतली (कॉर्निया ट्रांसप्लांट) किया गया है। उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सभी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। डॉ. रमेश- अध्यक्ष पुनर्जोत आई बैंक सोसाइटी (रजि.) जो लोगों को कॉर्निया दान करने के लिए प्रोत्साहित करके मुफ्त नेत्र प्रत्यारोपण सेवाएं प्रदान कर रही है और डॉ. सुरिंदर गुप्ता, प्रबंध निदेशक डायबिटीज-फ्री-वर्ल्ड जो लोगों को मधुमेह मुक्त सेवायें प्रदान कर रही है, को चैक  प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर, राजेश वर्मा-महासचिव, सीबीआईईयू (नॉर्थ जोन) और गुरमीत सिंह-महासचिव सीबीओयू (चंडीगढ़ जोन) ने बैंक राष्ट्रीयकरण दिवस पर एआईबीईए/एआईबीओए की मांगों को रेखांकित किया, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विस्तार और सुदृढ़ीकरण करना, बैंकों का निजीकरण बंद करना, सभी निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण करना, कॉर्पोरेट खराब ऋणों की वसूली करना, जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों को अपराधी बनाना, हेयर कट नीति को बंद करना, लोगों की जमा राशि पर ब्याज दर में वृद्धि, सेवा शुल्क में कमी, सहकारी समितियों,  में 2 स्तरीय प्रणाली की शुरूआत ,आरआरबी का प्रायोजक बैंकों के साथ  विलय, सभी बैंकों में उपयुक्त भर्तियाँ करना शामिल है।
क्षेत्रीय प्रमुख अशोक कुमार की अनुपस्थिति में  ओम प्रकाश तेली-उप क्षेत्रीय प्रमुख सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने दोनों संस्थानों द्वारा लोगों को दी जा रही निःशुल्क सेवाओं की सराहना की। उन्होंने दोनों संस्थानों से हमारी संस्था सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रदान की जा रही उत्कृष्ट योजनाओं का लाभ उठाने का भी अनुरोध किया। इनके अलावा समीर नागपाल क्षेत्रीय सचिव अधिकारी संघ, एस एस चौधरी-क्षेत्रीय सचिव अवार्ड स्टाफ यूनियन, एस के ऋषि, शिव कुमार, राजेश अत्री, प्रवीण कुमार, शिवनंदन कुमार मौजूद रहे। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया रिटायरीज एसोसिएशन की ओर से एम एस भाटिया और सुनील ग्रोवर शामिल हुए। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए डॉ. रमेश सुपर स्पेशलिस्ट आई क्लिनिक के स्टाफ सदस्यों ने कड़ी मेहनत की।
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156790cookie-checkपुनरजोत आई बैंक सोसाइटी में मनाया गया बैंकों का राष्ट्रीयकरण दिवस
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