चढ़त पंजाब दी,
रामपुरा फुल,(प्रदीप शर्मा ): स्थानीय सिविल अस्पताल के ड्रग स्टोर से ओट केंद्र के मरीजों को दी जाने वाली 30000 ( तीस हजार ) गोलीयों का एक डिब्बा गायब होने का मामला अभी भी रहस्य बना हुआ है। थाना रामपुरा सिटी की पुलिस द्वारा उक्त मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार 18 अक्टूबर को रामपुरा फूल के सिविल अस्पताल में बने ओट केंद्र में नशा छोडने की इच्छा से आने वाले मरीजों को दी जाने वाली दवा के तीन डिब्बे आए थे जिन्हें अस्पताल के ड्रग स्टोर में रखवा दिया गया था। इसके कुछ दिन बाद अस्पताल प्रबंधन को स्टोर से उक्त दवा का एक डिब्बा गायब होने का पता लगा। अस्पताल के प्रत्येक हिस्से में ढूंढने के बाद भी डिब्बा नहीं मिला तो अस्पताल प्रबंधन द्वारा इसकी शिकायत थाना सिटी रामपुरा में दी गई।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई। पुलिस द्वारा उक्त मामले की जांच हेतु सिविल अस्पताल के सफाई सुपरवाइजर सहित चार सफाई कर्मियों को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया। उधर दूसरी और अस्पताल के सफाई कर्मियों द्वारा अस्पताल प्रबंधन पर असल आरोपित को बचाने के लिए उन्हें बली का बकरा बनाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार सुबह अस्पताल के ओपीडी ब्लाक का गेट बंद कर उसके आगे धरना लगा दिया गया।
अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सफाई सुपरवाइजर रवि कुमार, अमित, विकास तथा शम्मी इत्यादि ने कहा कि पुलिस द्वारा गत दिनों बठिंडा के एक व्यक्ति को करीब दो हजार गोलियों के साथ काबू किया था। पुलिस पूछताछ में उसने एक व्यक्ति का नाम लिया था किन्तु अस्पताल प्रबंधन द्वारा उक्त व्यक्ति की बजाय उन्हें पूछताछ का हिस्सा बनाकर बेवजह परेशान किया जा रहा है। सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर आरपी सिंह ने बताया कि उनके द्वारा इसकी शिकायत पुलिस को दे दी गई है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। प्रत्येक व्यक्ति को जांच में सहयोग करना चाहिए। उधर अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल नो रिप्लाई आ रहा था। थाना रामपुरा सिटी के एएसआई तथा मामले के जांच अधिकारी जगतार सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
887800cookie-checkसिविल अस्पताल के ड्रग स्टोर से ओट केंद्र के मरीजों को दी जाने वाली 30000 ( तीस हजार ) गोलीयों का एक डिब्बा गायब होने का मामला अभी भी बना हुआ है रहस्य